नई दिल्लीः देश में प्याज की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी के रसोई बजट को बिगाड़ कर रख दिया है। इस मुद्दे पर विपक्ष भी सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है। वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि वह इतना लहुसन, प्याज नहीं खाती हैं और ऐसे परिवार से आती हैं जहां प्याज-लहुसन का ज्यादा मतलब नहीं है। निर्मला सीतारमण के इस जवाब पर सदन में ठहाके लगे।
प्याज पर वित्त मंत्री ने दिया यह जवाब
दरअसल संसद में प्याज खाने को लेकर लोकसभा में कुछ सदस्यों के सवालों पर निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘मैं इतना लहुसन, प्याज नहीं खाती हूं जी। मैं ऐसे परिवार से आती हूं जहां प्याज से मतलब नहीं रखते।’ वित्त मंत्री महाराष्ट्र के बारामती से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले के सवालों पर जवाब देने के लिए खड़ी हुईं। उसी दौरान कुछ सदस्यों ने सवाल किया कि क्या आप (निर्मला सीतारमण) प्याज खाती हैं। सदस्यों के इसी सवाल पर निर्मला सीतारमण ने ये जवाब दिया।
संसद में उठा प्याज के किसानों का मुद्दा
इससे पहले सांसद सुले ने एनपीए और प्याज के किसानों का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा, ‘मैं सरकार से प्याज को लेकर एक छोटा सा सवाल करना चाहती हूं। सरकार मिस्र से प्याज मंगवा रही है, प्याज की व्यवस्था कर रही है। मैं सरकार के इस कदम की सराहना करती हूं। मैं महाराष्ट्र से आती हूं जहां बड़े पैमाने पर प्याज की पैदावार होती है लेकिन मैं पूछना चाहती हूं कि आखिर प्याज का उत्पादन क्यों गिरा? छोटे किसान प्याज का उत्पादन करते हैं और उन्हें बचाने की जरुरत है।’
जल्द कम होंगे दाम
प्याज की आसमान पर पहुंचीं कीमतों पर अगले हफ्ते लगाम लग सकती है। केंद्र सरकार ने महंगे प्याज से निकले जनता के आंसू पोंछने के लिए प्याज का आयात किया है। विदेश से 1.10 लाख टन प्याज 10 दिसंबर से आना शुरू हो जाएगा। सरकार ने यह प्याज 52 से 55 रुपए प्रति किलो में मंगाया है। मंगलवार को मुंबई में प्याज की कीमत 120 रुपए प्रति किलो तक हो गई।